चीयाँ का अर्थ
[ chiyaan ]
चीयाँ उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- चलो यार , पहले चीयाँ बीनते हैं फिर बर्फ खरीदेंगे।
- यादें- 6 ( चीयाँ पिल्लो )
- चीयाँ पिल्लो की तरह लीलो लीलो पहाड़िया भी एक अलग तरह का खेल हुआ करता।
- लुका-छिपी से लेकर लिलोलिलो पहाड़िया तक , गुल्ली-डंडा से लेकर बैट-बल्ला तक , चीयाँ पिल्लो से लेकर कंचे तक ...
- लुका-छिपी से लेकर लिलोलिलो पहाड़िया तक , गुल्ली-डंडा से लेकर बैट-बल्ला तक , चीयाँ पिल्लो से लेकर कंचे तक ...
- शाम को या कुछ ही देर बाद शुरू होता उनका खेल चीयाँ पिल्लो जिसके लिए मैदान होता गलियों के बीच थोड़ा खुला स्थान या फिर आनंद या श्रीकांत के घर की छत ! छत में बन गए छोटे-छोटे गढ्ढे इनकी कारगुजारियों की कहानी कहते जिसके लिए ये कई बार पिटे जा चुके थे।
- शाम के समय भगवान को दीपक जलाना , धूप दिखाना और भोग लगाना यूँ तो अभी आनंद से 5 वर्ष बड़े भैया की ही जिम्मेदारी थी लेकिन यदि वे कभी आनंद को हड़काकर घर गंदा करने या गली में जाकर चीयाँ खेलने की बातें पिता जी के आने पर उनसे बता देने की धमकी देते तो उसे मजबूरी में नीचे जाना पड़ता।