छाँह का अर्थ
[ chhaanh ]
छाँह उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- विद्यानिवास मिश्र- ‘ चितवन की छाँह ' में
- सूरज चलता तानकर , सिर पर स्वर्णिम छाँह
- इसीलिए उसकी छाँह को ‘शीतल ' बताया गया है.
- छाँह में भी चाँदनी को चिढ़ा रही थी।
- मेहता ऊपर चढ़कर पीपल की छाँह में बैठे।
- भोजन करके नीम की छाँह में लेट रहा।
- जंगलों से छाँह भागी , ज़िंदगी हो गई बागी
- चैत्र बौर बैशाख भोर सी जेठ छाँह जैसी
- मिहल की छाँह में उठकर वह फिर एक
- चाह प्यासी है घनेरी छाँह कोई सावनी हो