छेकापह्नुति का अर्थ
[ chhaaphenuti ]
छेकापह्नुति उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- साहित्य में अपह्रुति अलंकार का एक भेद जिसमें किसी से कही जानेवाली कोई भेद की बात किसी तीसरे या अनभीष्ट व्यक्ति के सुन लेने पर कोई दूसरी बात बनाकर वह भेद छिपाने का उल्लेख होता है:"राम जोशी जी की छेकापह्नुति वाली रचना प्रसिद्ध है"
पर्याय: छेकापन्हुति
उदाहरण वाक्य
- छेकापह्नुति ( सं . ) [ सं-स्त्री . ] ( काव्यशास्त्र ) अपह्नुति अलंकार का एक भेद , जिसमें प्रस्तुत अर्थ को अस्वीकार कर अप्रस्तुत अर्थ को स्थापित किया जाता है।