छोड़ाना का अर्थ
[ chhodanaa ]
छोड़ाना उदाहरण वाक्य
परिभाषा
क्रिया- दूसरे के अधिकार से अलग करना:"श्याम ने साहूकार के पास गिरवी रखे गहनों को छुड़ाया"
पर्याय: छुड़ाना - नौकरी से अलग करना:"मैंने अपनी पुरानी बाई को छुड़ा दिया"
पर्याय: छुड़ाना - आदत आदि को दूर करना:"मैंने अपनी बेटी की अँगूठा चूसने की आदत को बड़ी मुश्किल से छुड़ाया"
पर्याय: छुड़ाना - बंधन या उलझन से निकालना:"बच्चे ने अपना हाथ छुड़ाया"
पर्याय: छुड़ाना - दाग, धब्बे आदि साफ करना:"माँ कपड़ें में लगा दाग छुड़ा रही है"
पर्याय: छुड़ाना
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- अतः क़ुरआन लोगों को उनके धर्म से छोड़ाना नहीं चाहता बल्कि उनके वास्तविक धर्म पर उनको पुनः स्थापित कर देना चाहता है।
- बल्कि हमें अमरता के लिए प्रयत्न करना है और वहकोई भी प्रयास छोड़ाना नहीं है जो हमारे भीतर के सर्वोतम को उस ओर ले जाता है .
- इससे इन्हों की कसम का भरोसा नहीं करना चाहिए और मेर सामने इन्हों का राक्षसी पाप छोड़ाना चाहिए , क्योंकि इन्हों के राक्षसी पाप की मुझको खबर है,
- इससे इन्हों की कसम का भरोसा नहीं करना चाहिए और मेर सामने इन्हों का राक्षसी पाप छोड़ाना चाहिए , क्योंकि इन्हों के राक्षसी पाप की मुझको खबर है , “
- और बार-2 कहता हूँ कि हरगिज-2 इनके छल में मत पड़ना कि हमारी , तुम्हारी जात और औलाद कायम रहे चाहे यह कितना ही छल करें, परन्तु जाल को छोड़ाना जो सुख प्राप्त हो।
- इसी तरह से अब इन बनियों का राक्षसी जाल छोड़ाना चाहिए , परन्तु “यह जाल आसानी के साथ इस तरह से छूटेगा कि सह राजा रैयत समेत एक दिल होकर शहर-दर-शहर और गाँव-दर-गाँव में इन सौदागरांन के जाल को जाहिर करो और अंग्रेजों को और दूसरी विलायत के लोगों को इन बनियों के जाल से वाकिफ करो जब इन बनियों का जाल छूटेगा,” कि जो दरियावों के उपर अलोप पाप करा रहे हैं।
- इसी तरह से अब इन बनियों का राक्षसी जाल छोड़ाना चाहिए , परन्तु “ यह जाल आसानी के साथ इस तरह से छूटेगा कि सह राजा रैयत समेत एक दिल होकर शहर-दर-शहर और गाँव-दर-गाँव में इन सौदागरांन के जाल को जाहिर करो और अंग्रेजों को और दूसरी विलायत के लोगों को इन बनियों के जाल से वाकिफ करो जब इन बनियों का जाल छूटेगा , ” कि जो दरियावों के उपर अलोप पाप करा रहे हैं।
- जो जिस तरह से तुम्हारे दिल में आवे उसी तरह से रावण के राक्षसी पाप को छोड़ाना , चुनाचे तमाम जहान ने शनिचर के कहने पर यकीन करके रावण की जान ही निकाल दी, उशी तरह से अब मैं भी तुम सौदागरांन के पाप को छोड़ाना चाहता हूँ, क्योंकि तुम सौदागर लोग बड़े बेईमान हो कि तुम राजा बादशाह के सामने कसम खा-खा के बच जाते हो और उनसे यह कह देते हो कि हमने पाप करना छोड़ दिया, इससे कुछ सख्त सजा वगैरा नहीं देते है।
- जो जिस तरह से तुम्हारे दिल में आवे उसी तरह से रावण के राक्षसी पाप को छोड़ाना , चुनाचे तमाम जहान ने शनिचर के कहने पर यकीन करके रावण की जान ही निकाल दी, उशी तरह से अब मैं भी तुम सौदागरांन के पाप को छोड़ाना चाहता हूँ, क्योंकि तुम सौदागर लोग बड़े बेईमान हो कि तुम राजा बादशाह के सामने कसम खा-खा के बच जाते हो और उनसे यह कह देते हो कि हमने पाप करना छोड़ दिया, इससे कुछ सख्त सजा वगैरा नहीं देते है।
- जो जिस तरह से तुम्हारे दिल में आवे उसी तरह से रावण के राक्षसी पाप को छोड़ाना , चुनाचे तमाम जहान ने शनिचर के कहने पर यकीन करके रावण की जान ही निकाल दी , उशी तरह से अब मैं भी तुम सौदागरांन के पाप को छोड़ाना चाहता हूँ , क्योंकि तुम सौदागर लोग बड़े बेईमान हो कि तुम राजा बादशाह के सामने कसम खा-खा के बच जाते हो और उनसे यह कह देते हो कि हमने पाप करना छोड़ दिया , इससे कुछ सख्त सजा वगैरा नहीं देते है।