जानकी-जीवन का अर्थ
[ jaaneki-jiven ]
जानकी-जीवन उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- राजा दशरथ के पुत्र जो भगवान विष्णु के अवतार माने जाते हैं:"हिंदू श्री राम की पूजा करते हैं"
पर्याय: श्री राम, श्रीराम, राम, रामचंद्र, रामचन्द्र, श्रीरामचंद्र, श्रीरामचन्द्र, भगवान राम, राघव, रघुवीर, रघुबीर, रघुपति, रघुनाथ, रघुनंदन, रघुवर, रघुबर, राघवेंद्र, जानकीनाथ, जानकी वल्लभ, शारंगपाणि, शारंगपानि, अवध बिहारी, कौशलेय, खरारि, खरारी, ताड़कारि, बालीहंता, राघवेन्द्र, रावणारि, त्रिशिरारि, त्रिसिरारि, सीतापति, रघुवंशतिलक, रघुवंशमणि, रघुराय, रघुराज, रघुनायक, रघुराई, रघुनन्दन, तुलसीस, कोशलाधीश, जानकी-जानि, जानकीरमण, कामपाल, रागच्छन, मखत्राता
उदाहरण वाक्य
- यात्रा केवल “ जानकी-जीवन यात्रा ” थी जो सीता के बहाने समाज में महिलाओं की दुर्दशा को समझने के लिए ज्यादा थी .
- भावार्थ - जानकी-जीवन रामचन्द्रजी का दास कहलाकर संसार में जीवित रहूँ और मरने के लिये काशी तथा गंगाजल अर्थात् सुरसरि तीर है ।
- एक दिव् य स् मिति के साथ बिखरते उनके शब् द जहाँ एक ओर स् थानीय जन-समूह के लिए प्रेरणादायक थे , वहीं दूसरी ओर पाटलीपुत्र से वैशाली तक यात्रा करने के बाद कुछ-कुछ विथकित हो चले जानकी-जीवन यात्रा के सदस् यों के लिए बेहद स् फूर्तिदायक भी थे।