झगड़ा-लड़ाई का अर्थ
[ jhegada-ledae ]
झगड़ा-लड़ाई उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- किसी बात पर होने वाली कहा-सुनी या विवाद:"वह झगड़े का कारण जानना चाहता है"
पर्याय: झगड़ा, कलह, विवाद, बखेड़ा, लड़ाई, लफड़ा, लड़ाई-झगड़ा, फसाद, फ़साद, ख़ुराफ़ात, खुराफात, झंझट, चकल्लस, फुतूर, फ़ुतूर, फतूर, फ़तूर, लडाई-भिड़ाई, भिड़ंत, भिड़न्त, टंटा, खटराग, झड़प, अड़प-झड़प, लोचा, रार, राड़, षट्राग, विग्रह, चकरबा, अनुशय, अपड़ाव, अभिग्रह, अभेरा, रैसा, रैहर, अरवाह, अवडेर, निज़ा, निजा, निज़ाअ, निजाअ, अवरेब, ईति
उदाहरण वाक्य
- मार-पीट , झगड़ा-लड़ाई , अभद्रता और गुण्डागर्दी से यदि उनका स्वार्थ सधता है तो उसका सहारा लेने में तनिक भी संकोच नहीं करता है।
- मार-पीट , झगड़ा-लड़ाई , अभद्रता और गुण्डागर्दी से यदि उनका स्वार्थ सधता है तो उसका सहारा लेने में तनिक भी संकोच नहीं करता है।
- कहीं किसी का कोई झगड़ा-लड़ाई या मारपीट न हो , इस जहान में सिर्फ प्रेम ही प्रेम हो, लेकिन इंसानों ने भगवान के द्वारा रची गई इस सृष्टि में अपने-अपने धर्मों का, अपनी-अपनी सोच का जहर घोलकर इस सृष्टि की परिभाषा ही बदल दी।