ठगण का अर्थ
[ thegan ]
ठगण उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- छंदशास्त्र द्वारा प्रतिपादित पाँच मात्रिक गणों में से एक:"ठगण में पाँच मात्राएँ होती हैं"
उदाहरण वाक्य
- यह कैसा पद्मासन है ! अखी त मीटहि नाक पकडहि ठगण कउ संसारू ।।
- ठगण ( सं . ) [ सं-पु . ] ( काव्यशास्त्र ) 1 . पाँच मात्रिक गणों में से एक 2 . पिंगल में पाँच मात्राओं का एक गण।
- ठगण इसके 8 रूप होते हैं | 3 . डगण इसके 4 रूप होते हैं | 4 . ढगण इसके 3 रूप होते हैं | 5 . णगण इसके 2 रूप होते हैं |