ठगाही का अर्थ
[ thegaaahi ]
ठगाही उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
- समाज में आज भी ज्योतिष के नाम पर ठगाही हो रही है वास्तव में वेद कहते है “ सा विद्या या विमुक्तये ” अर्थात विद्या भय मुक्त करती है पर आज विद्वान भय फैलाकर समाज का दोहन , शोषण कर रहे है कभी कालसर्प के नाम पर , कभी शनि की साढ़ेसाती के नाम पर , कभी मंगल दोष के नाम पर ! आखिर ये सब क्यों आखिर विद्या का इस्तेमाल इस तरह मुझे कष्ट होता है “ मेरे दिल के एक कोने में एक मासूम से बच्चा बड़ों की देख कर दुनिया बड़ा होने से डरता है ”