ढकोसलेबाज़ का अर्थ
[ dhekoselaaj ]
ढकोसलेबाज़ उदाहरण वाक्य
परिभाषा
विशेषण- धर्म का आडम्बर रचकर स्वार्थ साधनेवाला:"आज का समाज पाखंडी व्यक्तियों से भरा पड़ा है"
पर्याय: पाखंडी, ढोंगी, आडंबरी, आडम्बरी, पाषंडी, पाषण्डी, पाखण्डी, धर्मध्वजी, पाषंड, पाषण्ड, वामल, ध्वजिक - जो दूसरों को धोखा देने के लिए अच्छा वेश बनाकर रहता हो:"नागरिकों को पाखंडी पुलिस से सतर्क रहना चाहिए"
पर्याय: पाखंडी, ढोंगी, आडंबरी, आडम्बरी, पाषंडी, पाखण्डी, पाषण्डी
उदाहरण वाक्य
- ये मुफ़्तख़ोर ढकोसलेबाज़ समाज का कष्ट दूर नहीं करते बल्कि उसका कष्ट बढ़ा रहे हैं।
- जहां कहीं भी क्रयशक्ति होती है ये बाज़ार की नब्ज़ पकड़े ढकोसलेबाज़ उधर ही हो लेते हैं .
- ? वस्तुस्थिति पर प्रवचनकुशल बहुतेरे मिल जायेंगे पर सामाजिकता की नकाब ओढ़े वे सारे ढकोसलेबाज़ भीतरखाने में स्वयं भी उसी कसमसाहट से गुजर रहे होते हैं और समय आने पर चोरी-छिपे अपने सभ्य चोले को उतार फैंकते हैं ...
- ॐ शांति ! जनाब सतीश सक्सेना जी ! १ . जो लोग मानवीय संवेदनाओं की बातें करें , स्त्री अधिकारों के लिए पुरुषों को कोसें , उनसे कन्या शिशु के प्रति हमदर्दी की आशा क्यों न की जाए ? अगर भारत का शिक्षित वर्ग , बुद्धिजीवी वर्ग भी ढकोसलेबाज़ निकलेगा तो फिर जनसामान्य आशा किससे रखेगा ? बात केवल मेरे निजी कष्ट की नहीं है और न ही मैंने किसी से कोई मदद पाने की गर्ज़ से ही लिखा है .