तफ़रीक़ का अर्थ
[ teferik ]
तफ़रीक़ उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- किसी संख्या में से किसी संख्या को घटाने की क्रिया:"घटाने के बाद उत्तर चार आया"
पर्याय: घटाना, घटान कर्म, घटानकर्म, घटान-कर्म, घटाव, घटान, व्यवकलन, तफरीक - समान न होने की अवस्था या भाव:"इन दोनों वस्तुओं में बहुत अंतर है"
पर्याय: अंतर, अन्तर, असमानता, फर्क, फ़र्क़, भिन्नता, विभिन्नता, विषमता, वैषम्य, विभेद, भेद, व्यतिरेक, पार्थक्य, फरक, फ़रक़, भिन्नत्व, तफरीक, प्रतिभेद, आँतर
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- हिन्दू-मुस्लिम की या हिन्दुस्तानी-पाकिस्तानी की कोई तफ़रीक़ उनमें नहीं है।
- हिन्दू-मुस्लिम की या हिन्दुस्तानी-पाकिस्तानी की कोई तफ़रीक़ उनमें नहीं है।
- खून की रंगत किसी तफ़रीक़ की क़ायल नहीं , आदमी है एक , हाँ उसके हैं पैराहन बहोत।
- अपने दामन को भी ख़ुद आप जला देते हैं लोग , जब भी तफ़रीक़ के शोलों को हवा देते हैं लोग !
- इस तफ़रीक़ के कोई मअनी नहीं कि बअज़ अंबिया की औलाद को विर्सए नबुव्वत मिले और बअज़ को उस से महरुम कर दिया जाए।
- 2 . वह हर सवाल करने वाले को अता करता है और किसी तरह की तफ़रीक़ का क़ायल नहीं है बल्कि हक़ीक़त यह है के सवाल न करने वालों को भी अता करता है।
- इतना कहने के बाद औरत से ज़िना की हद उठ जाएगी और लिआन के बाद क़ाज़ी के तफ़रीक़ करने से अलाहदगी वाक़े होगी और यह अलहादगी तलाक़े वाइन होगी , और अगर मर्द एहले शहादत से न हो जैसे कि ग़ुलाम हो या काफ़िर हो या उसपर क़ज़फ़ की हद लग चुकी हो तो लिआन न होगा और तोहमत लगाने से मर्द पर क़ज़फ़ की हद लगाई जाएगी .