तरकुल का अर्थ
[ terkul ]
तरकुल उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- एक बड़ा, शाखाहीन पेड़ जो खम्बे के रूप में सीधा ऊपर बढ़ता है और जिसके सिरे पर बड़े-बड़े पत्ते होते हैं:"वह ताड़ से ताड़ी उतार रहा है"
पर्याय: ताड़, ताल, ताड़ वृक्ष, ताल वृक्ष, ताड़वृक्ष, तालवृक्ष, ध्वजद्रुम, दीर्घपादप, दीर्घतरु, दीर्घदंड, दीर्घदण्ड, दीर्घद्रु, नीलतरु, दीर्घस्कंध, दीर्घस्कन्ध, श्रीबीज, भूमिपिशाच, महाद्रुम, द्रुमेश्वर, लाँगल, लांगल, लाङ्गल
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- अब भइलें तरकुल , दुपहरिया में भूजें.
- ' तरकुल चल जा , एक घैली ताज़ा ताड़ी भर लवः '
- ' तरकुल चल जा , एक घैली ताज़ा ताड़ी भर लवः '
- ' तरकुल चल जा , एक घैली ताज़ा ताड़ी भर लवः '
- मूली का भाव आसमान भले न छुए , लेकिन तरकुल तक जरूर पहुंच गया है .
- नदी के तट पर तरकुल ( ताड़) के पेड़ के नीचे पिंडियां स्थापित कर वह देवी की उपासना किया करते थे।
- मैंने सपने में देखा है कि भटकुंइयाँ इनार के पाँच तरकुल नीचे , पाँच गाड़ी सोने के सिक्के गड़े हैं .
- गांव के बच्चे तरकुल या खजूर के पत्तों से बनी झाडू लेकर उन चूहों पर टूट पड़ते थे तथा उन्हें मारमार कर ढेर सारा घर लाते।
- कहते हिन् कि उधर बंधू सिंह फांसी पर लटके और इधर जंगल में तरकुल का पेड़ बीच से टूट गया और उससे ख़ून की धारा निकलने लगी।