दादूपंथी का अर्थ
[ daadupenthi ]
दादूपंथी उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- दादूदयाल के चलाए हुए पंथ का अनुयायी:"दादूपंथी दादूदयाल को अपना गुरु मानते हैं"
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- वे अपने आपको शुद्ध और पवित्र दादूपंथी समझते हैं।
- शैव , शाक्त, जेन, दादूपंथी, आर्य समाजी आदि आते हैं।
- दादूपंथी संतों में एक बहुत बड़ी संख्या पढ़े-लिखे संतों की है।
- आगे दादूपंथी संतों की रचनाशीलता का विवेचन किया गया है .
- कबीर के बोध को जन-जन तक पहुँचाने में दादूपंथी संतों की बड़ी भूमिका है।
- दादूपंथी लोग इनका जन्म संवत् 1601 में गुजरात के अहमदाबाद नामक स्थान में मानते हैं।
- 13 दादूपंथी सम्प्रदाय की प्रमुख गद्दी स्थित है-नरैना ( जयपुर) में>दादूदयाल का जन्म गुजरात में हुआ था
- महाराजकुमार रतनसिंह दादूपंथी सन्त श्रूपदास से बहुत प्रभावित थे और उनको अपना गुरु मानते थे ।
- जगजीवनदास जैसे शास्त्रार्थी , सुन्दरदास जैसे प्रकाण्ड शास्त्र पण्डित और साधु निश्चलदास जैसे दार्शनिक दादूपंथी ही थे।
- कबीर साहब की उत्पत्ति कथा से मिलती जुलती दादूदयाल की उत्पत्ति कथा भी दादूपंथी लोग कहते हैं।