दुःशाला का अर्थ
[ duaheshaalaa ]
दुःशाला उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
- कुल 101 संतानें थी , 100 पुत्र और एक पुत्री जिसका नाम शायद दुःशाला है या शान्ता है जिसका पति ही युद्ध में कृष्ण अर्जुन को बहुत दूर ले गया तब तक अभिमन्यु का वध हुआ।
- ठोका उसने मध्य मार्ग में आकर माथा - “रानी करने चली आज है मुझे सनाथा ! विश्वनाथ हैं तो अनाथ हम किसको मानें ? मैं अनाथ हूँ या सनाथ, कोई क्या जानें ? मुझको सनाथ करके स्वयं, पाँच वार संसार में, हे विधे, बहाता हैबता, अब तू क्यों मँझधार में ? हठ कर मेरी ननद चाहती है वह होना, आवे इस पर हँसी मुझे आवे रोना ? पहले मेरी ननद दुःशाला ही तो हो ले ? बन जाते हैं कुटिल वचन भी कैसे भोले ! मैं कौन और वह कौन है, मैं यह भी हूँ जानती।”