देवातिथि का अर्थ
[ daatithi ]
देवातिथि उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- एक वैदिक ऋषि:"देवातिथि का वर्णन ऋग्वेद में मिलता है"
पर्याय: देवातिथि ऋषि
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- २२ . देवातिथि के मर्यादा से अरिह हु ए.
- २२ . देवातिथि के मर्यादा से अरिह हु ए.
- २ १ . अक्रोधन के कराम्भा से देवातिथि हु ए.
- ऋग्वेद के 8वें मण्डल के चौथे सूक्त में कण्व-गोत्रज देवातिथि ऋषि हैं;
- ऋग्वेद के 8 वें मण्डल के चौथे सूक्त में कण्व-गोत्रज देवातिथि ऋषि हैं ;
- जिस सूर्यवंश में बुद्धिमान मनु , पुरुषश्रेष्ठ पुरुरवा, इन्द्र को भी शरण में आने को विवश करनेवाले नहुष, अपनी दिग्विजय से समस्त आर्यावर्त को कँपा देने वाले ययाति, उनके पराक्रमी पुत्र यदु और पुरु, जनमेजय, अहंयाती, देवातिथि, दुष्यन्त, भरत, हस्ति और अजमीढ़-जैसे प्रतापी महाराज हो गये थे, उस सूर्यवंश को अपने कर्तृव्य से प्रजाजनों से विस्मृत करा देने वाले महाराज कुरु भला कितने पराक्रमी और गुणसम्पन्न होंगे ! कैसे थे वे महाराज कुरु ? लेकिन महाराज कुरु ही क्यों ? उनके पश्चात भी इस राजप्रासाद में क्या कम पराक्रमी लोग रहे थे ?