धातु-विज्ञान का अर्थ
[ dhaatu-vijenyaan ]
धातु-विज्ञान उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- विज्ञान की वह शाखा जिसमें अयस्क से धातु का उत्पादन,संशोधन,मिश्रधातु बनाने तथा अभियांत्रिकी उपयोगिता आदि के बारे में अध्ययन किया जाता हो:"रोज़मर्रा की ज़िंदगी में धातु विज्ञान का महत्वपूर्ण योगदान है"
पर्याय: धातु विज्ञान, धातु शास्त्र, धातुकी, धातु विद्या, धातुशास्त्र, धातुविज्ञान
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- है न यह अद्भुत ! इतने सालों पहले हमारा धातु-विज्ञान कितना विकसित था : ) ।
- इसके अतिरिक्त यहाँ बायोप्रौद्योगिकी विकास ( चैन्नई और मदुरई), लौह धातु-विज्ञान (सालेम), परमाणु ऊर्जा (कलपक्कम और कुण्डन्कुलम) के भी केन्द्र है।
- इसके अतिरिक्त यहाँ बायोप्रौद्योगिकी विकास ( चैन्नई और मदुरई), लौह धातु-विज्ञान (सालेम), परमाणु ऊर्जा (कलपक्कम और कुण्डन्कुलम) के भी केन्द्र है।
- आधुनिक रसायन शास्त्र ने धातु-विज्ञान के क्षेत्र में जो क्रांति की है वह किसी अन्य क्षेत्र में द्रष्टिगोचर नहीं होती।
- पहले तो हमें यह बतायें कि धातु-विज्ञान के क्षेत्र में उन्नत-द्रव्य के प्रयोग से हमें क्या क्या लाभ हो रहे है ?
- दशमलव प्रणाली का आविष्कार तथा वास्तुकला , मूर्तिकला , चित्रकला ओर धातु-विज्ञान के क्षेत्र की उपलब्धियों पर आज भी लोगों का आनंद और आश्चर्य होता है।
- इसके अतिरिक्त यहाँ बायोप्रौद्योगिकी विकास ( चैन्नई और मदुरई ) , लौह धातु-विज्ञान ( सालेम ) , परमाणु ऊर्जा ( कलपक्कम और कुण्डन्कुलम ) के भी केन्द्र है।
- चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य के शासन काल में बना यह स्तम्भ खुले आकाश में १६०० बर्षों से मौसम को चुनौती देता आ रहा है और धातु-विज्ञान में हमारी उत्कॄष्टता का ठोस प्रमाण है
- खगोल-विज्ञान , रसायन-विज्ञान , धातु-विज्ञान पादप-विज्ञान में कई आविष्कार और भारतीय दर्शन के अंग के रूप में तर्क , भाषा-विज्ञान और व्याकरण के अति परिष्कृत पहलुओं पर कार्य भारतवर्ष में हुए।
- खगोल-विज्ञान , रसायन-विज्ञान , धातु-विज्ञान पादप-विज्ञान में कई आविष्कार और भारतीय दर्शन के अंग के रूप में तर्क , भाषा-विज्ञान और व्याकरण के अति परिष्कृत पहलुओं पर कार्य भारतवर्ष में हुए।