नवधा-भक्ति का अर्थ
[ nevdhaa-bhekti ]
नवधा-भक्ति उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- धार्मिक ग्रंथों में मान्य भक्ति के नौ प्रकार:"कलियुग में नवधा भक्ति के अंतर्गत कीर्तन का बड़ा महत्व है"
पर्याय: नवधा भक्ति, नवभक्ति, नवविधा भक्ति, नवविधा-भक्ति
उदाहरण वाक्य
- साधन-भक्ति के चौसठ अंग है , जिनका पर्यवसान नवधा-भक्ति में होता है।
- प्रेम या अनन्यता के बारे में परम्परा में नवधा-भक्ति ( नारद भक्ति सूत्र) की बात किया गया है।
- नवधा-भक्ति के अंग है-श्रवण , कीर्तन , स्मरण , अर्चन , वन्दन , दास्य , सख्य और आत्म-निवेदन।