नादित का अर्थ
[ naadit ]
नादित उदाहरण वाक्य
परिभाषा
विशेषणउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- नित्य नादित रखता सोल्लास , विश्व के अक्षयवट की डाल
- नादित होते थे तुम्हारे मधुर अस्फुट स्वर
- ध्वनित , नादित, शब्दायमान; जो ध्वनि या शब्द के रूप में प्रकट हुआ हो
- ध्वनित , नादित, शब्दायमान; जो ध्वनि या शब्द के रूप में प्रकट हुआ हो
- ) आप लिखते हैं - रिक्त होते जब-जब तरूवास रूप धर तू नव-नव तत्काल नित्य नादित रखता सोल्लास विश्व के अक्षय वट की डाल।
- नित्य नादित रखता सोल्लास , विश्व के अक्षयवट की डाल ' गुंजन ' में भी पंतजी की प्रतिभा बहुत ही व्यंजक और रमणीय साम्य जगह जगह सामने लाती है , जैसे , खुल खुल नव नव इच्छाएँ , फैलाती जीवन के दल।
- पंडित दयानन्द शास्त्री“”अंजाना“”मिलता है सच्चा सुख केवल , ममतामई मां के पावों मे ।खिलता है मुर्झाया चेहरा,मां की आंचल के छावों मे ॥सहती है कितने दुःखों को,कि हम सदा खुशहाल रहें ।वो त्याग है देती अपने सुख को,कि हर सुख मे मेरा लाल रहे ॥साधना माँ की पूनम बने रात हरवन्दना ओम नादित रहे हर प्रहरप्रार्थना हो कृपा नित्य हनुमान कीअर्चना कृष्ण गुंजित करें वेणु-स्वर.॥........माँ थी पुष्पा चमन, माँ थी आशा-किरणमाँ की सुषमा थ(...)'