निस्तत्त्व का अर्थ
[ nisettetv ]
निस्तत्त्व उदाहरण वाक्य
परिभाषा
विशेषणउदाहरण वाक्य
- जगत में जो अलग-अलग नाम रूप है वे निस्तत्त्व है , क्योंकि इनके जन्म और नाश बराबर होते हैं।
- प्रचलित सांख्य , परम्परा में ' पुरुष ' भी तत्त्व रूप में बिना जाता है जिसे यहाँ निस्तत्त्व मानकर पञ्चविंशक रूप में स्वीकार किया गया।
- विद्युत्-तार बिना विद्युत्-धारा ( current ) सर्वथा निस्तत्त्व वा शक्तिहीन है उसी प्रकार रक्तसंचारिणी सब नस नाड़ियां रक्तसंचार के बिना व्यर्थ हैं और रक्तसंचार बिना रक्त के बने हो कैसे ? रक्त बनता है रस से और रस बनता है भोजन के पचाने से , भोजन पचता है उष्णता ( पेट की गर्मी ) से और उष्णता की जननी है व्यायाम ।