नृमेध का अर्थ
[ nerimedh ]
नृमेध उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- प्राचीन काल में प्रचलित एक प्रकार का यज्ञ जिसमें मनुष्य की आहुति दी जाती है:"पौरणिक काल में असुर आदि नरमेघ यज्ञ भी करते थे"
पर्याय: नरमेघ यज्ञ, नरमेघ, नरमेध यज्ञ, नरमेध - एक पौराणिक ऋषि:"नृमेध का वर्णन ऋग्वेद में मिलता है"
पर्याय: नृमेध ऋषि
उदाहरण वाक्य
- जिनमें से महर्षि कुत्स , हिरण्यस्तूप, सप्तगु, नृमेध , शंकपूत, प्रियमेध, सिन्धुसित, वीतहव्य, अभीवर्त, अंगिरस, संवर्त तथा हविर्धान आदि मुख्य हैं।
- मनुष्यों को उत्तम कार्यों के लिए प्रशिक्षित एवं संगठित करना भी नरमेध या पुरुषमेध या नृमेध यज्ञ कहलाता है .
- इसी तर्क प्रणाली पर नृमेध यज्ञ के नरमेध यज्ञ को तौल कर देखें तो अर्थ यही होगा-मनुष्यों के लिए किया जाने वाला यज्ञ।
- जिनमें से महर्षि कुत्स , हिरण्यस्तूप , सप्तगु , नृमेध , शंकपूत , प्रियमेध , सिन्धुसित , वीतहव्य , अभीवर्त , अंगिरस , संवर्त तथा हविर्धान आदि मुख्य हैं।
- जिनमें से महर्षि कुत्स , हिरण्यस्तूप , सप्तगु , नृमेध , शंकपूत , प्रियमेध , सिन्धुसित , वीतहव्य , अभीवर्त , अंगिरस , संवर्त तथा हविर्धान आदि मुख्य हैं।