पंचदेवता का अर्थ
[ penchedevetaa ]
पंचदेवता उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- ईश्वरीकोटि के पंचदेवता ) , ब्राह्मणों, आचार्य, माता-पिता आदि बड़े-बूढ़ों
- यह कुल कभी तो शक्ति का उपासक रहा होगा , अब लेकिन पंचदेवता का उपासक था. कुलदेवता इन लोगों की भगवती उग्रतारा थी.
- झनकू को पति का कर्तव्य सिखाने के लिए कभी एक पंचदेवता भी आविर्भूत नहीं हुए पर बिबिया को कर्तव्यच्युत होने का दण्ड देने के लिए पंचायत बेैठी”
- झनकू को पति का कर्तव्य सिखाने के लिए कभी एक पंचदेवता भी आविर्भूत नहीं हुए पर बिबिया को कर्तव्यच्युत होने का दण्ड देने के लिए पंचायत बैठी . "20
- झनकू को पति का कर्तव्य सिखाने के लिए कभी एक पंचदेवता भी आविर्भूत नहीं हुए पर बिबिया को कर्तव्यच्युत होने का दण्ड देने के लिए पंचायत बेैठी ' ' 20
- नवग्रह एवं पंचदेवता भी हैं सुशोभित मंदिर प्रांगण में स्थित गर्भगृह में विष्णु के साथ शिवलिंग और बसहा बैल पर आलिंगनावस्था में शिव पार्वती की अद्भूत मूर्ति के अलावा विष्णु के दसावतार , दुर्गा, सूर्य की प्रतिमा, लक्ष्मी नारायण एवं नारद की प्रतिमा भी स्थापित है।
- हिन्दू के सनातन धर्म में पंचदेवता का बड़ा महत्व है , इनमें शिव , शैव धर्म , शक्ति , शाक्त धर्म , विष्णु , वैष्णव धर्म , गणेश , गाणपत्य धर्म , सूर्य , सौर धर्म इन पांचो का बड़ा महत्व रहा है , जो इष्ट होते है वह प्रधान तथा बाकी साथ पूज्यनीय हैं।