पंचाग्नि का अर्थ
[ penchaagani ]
पंचाग्नि उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- अन्वाहार्य, पाचन, गार्हपत्य, आहवनीय और आवसथ्य नामक पाँच अग्नियों का समूह:"हमारे जीवन में पंचाग्नि का बहुत महत्त्व है"
पर्याय: पञ्चाग्नि
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- ज्वलित देख पंचाग्नि जगत से निकल भागता योगी
- साधक लोग तपस्या करते थे , पंचाग्नि जलाते थे।
- साधक लोग तपस्या करते थे , पंचाग्नि जलाते थे।
- वैष्णव संप्रदाय के अनेक लोग पंचाग्नि तपस्या करते हैं।
- प्राणाग्नि विद्या को पंचाग्नि विद्या कहा गया है ।।
- यहाँ ये पंचाग्नि रूप में है ।
- वैष्णव संप्रदाय के अनेक लोग पंचाग्नि तपस्या करते हैं।
- मूल : पंचाग्नि ( पृ .73 )
- मूल : पंचाग्नि ( पृ .73 )
- यग्य पंचाग्नि जलाकर किया जाता है ।