×

परस्मैपद का अर्थ

[ persemaiped ]
परस्मैपद उदाहरण वाक्य

परिभाषा

संज्ञा
  1. संस्कृत व्याकरण में धातु में लगने वाले दो प्रत्ययों में से एक के लगने पर मिलने वाला वह क्रिया पद जिसके कार्य का फल दूसरों को मिलता है:"नम् धातु में ति प्रत्यय लगाने पर मिला नमति परस्मैपद है"

उदाहरण वाक्य

  1. ( 10) क्रियाओं में गणभेद एवं परस्मैपद आत्मनेपद का भेद नहीं किया जाता।
  2. कियाओं में परस्मैपद , आत्मनेपद तथा भवादि, अदादि गणों के भेद का लोप।
  3. ( 10) क्रियाओं में गणभेद एवं परस्मैपद आत्मनेपद का भेद नहीं किया जाता।
  4. ( 2) व्याकरण की अपेक्षा संज्ञा एवं क्रिया के रूपों में द्विवचन का अभाव तथा पुÏल्लग और नपुंसक लिंग में अभेद और व्यत्यय; कारकों एवं क्रियारूपों में संकोच, हलंत रूपों का अभाव; कियाओं में परस्मैपद, आत्मनेपद तथा भवादि, अदादि गणों के भेद का लोप।


के आस-पास के शब्द

  1. परस्त्रीगामी
  2. परस्पर
  3. परस्पर युद्ध
  4. परस्परता
  5. परस्परोपमा
  6. परहित
  7. परहितैषी
  8. परहेज
  9. परहेजगार
PC संस्करण
English


Copyright © 2023 WordTech Co.