परेवा का अर्थ
[ peraa ]
परेवा उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- झुंड में रहने वाला एक मँझोले आकार का पक्षी जो प्रायः मैदानों या छतों आदि पर दाना चुगते हुए देखा जा सकता है:"प्राचीन काल में कबूतर संदेशवाहक का काम करते थे"
पर्याय: कबूतर, कपोत, धूम्रलोचन, पारवत, बकदर्शी, छेद्यकंठ, पारावत, रेवतक, त्वरारोह, अरुणनेत्र, अरुणलोचन, कामी, रक्तनयन, रक्तग्रीव, रक्तनेत्र, ताम्रचक्षु, रक्ताक्ष, नरप्रिय - नर कबूतर:"छत पर कबूतर और कबूतरी का एक जोड़ा दाना चुग रहा है"
पर्याय: कबूतर, कपोत
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- मुअल परेवा नेबुआ मसान , खूने खून चमैनिया बिहान।
- परेवा र चील ( कबूतर और चील )
- माघ शुक्ल परेवा को पुष्प अभिषेक का पर्व है।
- चैत्र माह के परेवा को ही धुरेरी होती है।
- सिर कटा परेवा ( कपोत ) हाथ में था।
- मुअल परेवा नेबुआ मसान , खूने खून चमैनिया बिहान।
- छत्तीसगढ़ी गज़ल संग्रह ‘मोर गज़ल के उड़त परेवा ' :...
- 8 दिन बाद परेवा से देवी व्रत आरंभ होता है।
- परेवा र चील ( कबूतर और चील)
- सिर कटा परेवा ( कपोत) हाथ में था।