पर्वत-शृंखला का अर्थ
[ pervet-sherinekhelaa ]
पर्वत-शृंखला उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- एक सीध में बहुत दूर तक चले-चलने वाले पर्वत या पहाड़:"रेल पर्वत श्रेणी के बीच से होकर गुज़र रही है"
पर्याय: पर्वत श्रेणी, पर्वत माला, पर्वत-श्रृंखला, पर्वत श्रृंखला, पर्वतश्रृंखला, पर्वत शृंखला, पर्वतश्रेणी, पर्वतमाला, पर्वतशृंखला, पर्वत-श्रेणी, पर्वत-माला
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- या कि पर्वत-शृंखला की प्रिय अँगूठी में जड़ा हो , जगमगाता शुभ्र शुभ अनमोल सुन्दर-सा नगीना।
- यह विश्वविद्यालय अरावली पर्वत-शृंखला पर लगभग एक हजार एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है ।
- यह मध्य अफ़्ग़ानिस्तान में सफ़ेद कोह पर्वत-शृंखला में उत्पन्न होकर पश्चिमोत्तर दिशा में चलती है।
- हरे-भरे गिर वन के बीच पर्वत-शृंखला धार्मिक गतिविधि के केंद्र के रूप में कार्य करता है।
- इसके ठीक सामने हिमाच्छादित गगनचुम्बी धौलाधार पर्वत-शृंखला का अनुपम दृश्य १२ महीने देखा जा सकता है।
- जिसे तुर्कमेन-ख़ोरासान पर्वत-शृंखला भी कहा जाता है , तुर्कमेनिस्तान और ईरान की सरहद पर ६५० किमी तक चलने वाली एक पर्वत शृंखला है।
- मुज़ताग़ अता को कभी-कभी कुनलुन शान पर्वत-शृंखला का हिस्सा माना जाता है हालांकि भौगोलिक दृष्टि से यह पामीर पर्वतों के ज़्यादा समीप है।
- प्रख्यात प्रभास तीर्थ के निकट सुमेरु पर्वत-शृंखला के सुरम्य शिखर पर वास करने वाले नरों में श्रेष्ठ वानर जाति के समुन्नत कामरूप , इच्छाधारी , बल-बुद्धि संपन्न वनराज केसरिन्-भार्या अंजनी के यहां भगवान शिव एवं पवन देव के वरदान से मंगलवार चैत्र शुक्ल पूर्णिमा को हनुमान का जन्म हुआ।
- गोपाल जी गुप्त प्रख्यात प्रभास तीर्थ के निकट सुमेरु पर्वत-शृंखला के सुरम्य शिखर पर वास करने वाले नरों में श्रेष्ठ वानर जाति के समुन्नत कामरूप , इच्छाधारी , बल-बुद्धि संपन्न वनराज केसरिन्-भार्या अंजनी के यहां भगवान शिव एवं पवन देव के वरदान से मंगलवार चैत्र शुक्ल पूर्णिमा को हनुमान का जन्म हुआ।