पसही का अर्थ
[ peshi ]
पसही उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- ऐसी स्थिति में पसही के चावल से बसर करना मजबूरी है।
- पसही गांव में शुक्रवार की तड़के छापामारी कर चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।
- बिजली की अघोषित कटौती से बेहाल उपभोक्ताओं ने सोमवार को पसही स्थित सब-स्टेशन का घेराव किया और जमकर नारेबाजी की।
- उन्होंने बताया कि पसही के चावल को सीताभोग के नाम से भी जाना जाता है और महिलाएं उपवास व निर्जला व्रत के दौरान इसी का पारन ( भोजन ) करती हैं।
- सोनभद्र । कोतवाली क्षेत्र के पसही गांव में भूमि विवाद को लेकर शनिवार को हुई मारपीट में एक युवक ने भाई व भाभी समेत तीन लोगों को लाठी से पीटकर जख्मी कर दिया।
- नेत्रहीन बुधुलिया अपने पड़ोस की बुजुर्ग महिलाएं रमिनिया , कौशल्या , नथुनिया और जहरी के साथ शाम-सबेरे थाली या लेंहड़ी के सहारे पसही के धान धुन कर लाती है और उसके चावल से पेट भरती है।
- इस गांव के ग्राम प्रधान धीरेंद्र सिंह ने बताया कि गांव में करीब एक सौ बीघा जलमग्न वाले भूखंड़ों में जंगली चारा पसही उगी हुई है और करीब पांच दर्जन गरीब इसका धान इकट्ठा कर रहे हैं।
- बुंदेलखंड में पसही खाकर जी रहे गरीबबांदा ! वक्त की मार बहुत बुरी होती है, यकीन न हो तो बुंदेलखंड में गरीबों की थाली में झांककर देखिए, जहां पेट की आग बुझाने के लिए भटक रहे गरीब-गुरबा जंगली
- इसका जीता-जागता उदाहरण हैं बांदा जिले के महोतरा गांव की अस्सी साल की वृद्धा गोढ़निया और तेंदुरा गांव की नेत्रहीन महिला बुधुलिया जो अपनी भूख अनाज से नहीं , बल्कि जंगली चारा ' पसही ' के चावल से मिटाती हैं।
- इसका जीता-जागता उदाहरण हैं बांदा जिले के महोतरा गांव की अस्सी साल की वृद्धा गोढ़निया और तेंदुरा गांव की नेत्रहीन महिला बुधुलिया जो अपनी भूख अनाज से नहीं , बल्कि जंगली चारा ' पसही ' के चावल से मिटाती हैं।