पापरोग का अर्थ
[ paaperoga ]
पापरोग उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
- दु : खी कवि मयूर ने भगवान् सूर्य की स्तुति में एक अतिशय प्रौढ़ एवं ललित श्लोकशतक की रचना की, जिसे “सूर्यशतक” कहते हैं, और उस पापरोग से मुक्ति पाई1 इस रोगमुक्तिवाली घटना की ओर कुछ इस प्रकार संकेत आचार्य मम्मट ने काव्यप्रयोजन बताते हुए अपने काव्यप्रकाश में किया है-“आदित्यादेर्मयूरादीनामिवानर्थ निवारणम्” (प्रथम उल्लास)।