पिप्पलीमूल का अर्थ
[ pipeplimul ]
पिप्पलीमूल उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- पीपल नामक लता की जड़:"पिपरामूल औषध के रूप में काम आता है"
पर्याय: पिपरामूल, पीपलामूल, पीपरामूल, पीपरा मूल, पीपरा-मूल, चटकाशिरा, पत्राढ्य, शौंडिक, शौण्डिक, कटुग्रंथि, कटुग्रन्थि, सर्वग्रंथि, सर्वग्रन्थि, सर्वग्रंथिक, सर्वग्रन्थिक
उदाहरण वाक्य
- 8 . पथरी : मधुयष्टि , शिग्रुत्वाक , इलायची , पिप्पलीमूल , वासापत्र , पाषाण भेदमूल , प्रियंगु के बीज , छोटे गोखरू के फल तथा एरण्ड मूल सब को बराबर मात्रा में लेकर काढ़ा बना लें।
- 8 . पथरी : मधुयष्टि , शिग्रुत्वाक , इलायची , पिप्पलीमूल , वासापत्र , पाषाण भेदमूल , प्रियंगु के बीज , छोटे गोखरू के फल तथा एरण्ड मूल सब को बराबर मात्रा में लेकर काढ़ा बना लें।
- अजवाइन , बेल की जड़ , कैथ की जड़ , सोनापाढ़ा की जड़ , कटाई अरनी की जड़ , छोटी कटाई , सहजन की जड़ , सोंठ , पीपल , चक , भिलावां , पिप्पलीमूल , जवाखाना तथा पांचों नमक को बराबर मात्रा में पीसकर चूर्ण बना लें।
- अजवाइन , बेल की जड़ , कैथ की जड़ , सोनापाढ़ा की जड़ , कटाई अरनी की जड़ , छोटी कटाई , सहजन की जड़ , सोंठ , पीपल , चक , भिलावां , पिप्पलीमूल , जवाखाना तथा पांचों नमक को बराबर मात्रा में पीसकर चूर्ण बना लें।