पुजना का अर्थ
[ pujenaa ]
पुजना उदाहरण वाक्य
परिभाषा
क्रिया- पूजा जाना:"सावन में शंकर भगवान खूब पुजते हैं"
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- बुढ़ापे में आदमी का अहंकार अधिक बढ़ जाता है और वह पुजना चाहता है।
- कुछ महिलाएं सोमवार आधी रात के बाद से शीतला माता को पुजना शुरू कर देंगी।
- कुछ महिलाएं सोमवार आधी रात के बाद से शीतला माता को पुजना शुरू कर देंगी।
- हिन्दू धर्म के आलोचक उन जैसे नहीं बन सकते क्योंकि उन्होंने धर्म ग्रंथ पढ़े नहीं है पर उन जैसा पुजना चाहते हैं।
- वे व्यक्ति भी जो धन , पद और संबंधों से मोह तोड़कर संन्यास ग्रहण कर चुके हैं , सम्मान ही नहीं ईश्वर की तरह पुजना पसंद करते हैं।
- हर दर पर सर झुकाना , तैंतींस करोड देवता कम पड गये पुजने के लिये तो....इंसानो को पुजना, दरगाहों पर चादर चढाना, कही से भी मिलें बस मुराद पुरी होनी चाहिये......शायद ये “धर्म” है
- मुशिकल यह है कि अब इस देश में किसी ऐसे वैसे को भगवान् माने यह संभव नहीं है पर कुछ लोग भगवान् की तरह समाज में पुजना चाहते हैं तो कुछ लोग ऐसे भी हैं जो स्थापित देवताओं को मिथक साबित करना चाहते हैं-इसके पीछे उनका उद्देश्य यह होता है की किसी भी तरह अपने को विद्वान साबित करें ।
- मुशिकल यह है कि अब इस देश में किसी ऐसे वैसे को भगवान् माने यह संभव नहीं है पर कुछ लोग भगवान् की तरह समाज में पुजना चाहते हैं तो कुछ लोग ऐसे भी हैं जो स्थापित देवताओं को मिथक साबित करना चाहते हैं-इसके पीछे उनका उद्देश्य यह होता है की किसी भी तरह अपने को विद्वान साबित करें ।
- था भोंपू किसी हँसोड़ ने थाम लिया है और वह बेसुरी होली गा रहा है- “ ताती जलेबी दूदा के लाड़ू खाबत नइएँ , बलम रूठे ठठरी के लगे ...... '' हँसोड़ा अब कुछ और मजे में आ गया है और गाते-गाते ही भोंपू पर मन्दिर के पुजारी को चिढ़ा रहा है- '' हे ! पुजना सोच न करो हे ! मंगता सोच न करो हे ! खउआ सोच न करो खुल गई खुसनियाँ , खुल जान दो ”
- था भोंपू किसी हँसोड़ ने थाम लिया है और वह बेसुरी होली गा रहा है- “ ताती जलेबी दूदा के लाड़ू खाबत नइएँ , बलम रूठे ठठरी के लगे ...... '' हँसोड़ा अब कुछ और मजे में आ गया है और गाते-गाते ही भोंपू पर मन्दिर के पुजारी को चिढ़ा रहा है- '' हे ! पुजना सोच न करो हे ! मंगता सोच न करो हे ! खउआ सोच न करो खुल गई खुसनियाँ , खुल जान दो ”