पैंकड़ा का अर्थ
[ painekda ]
परिभाषा
संज्ञा- लोहे के कड़ों की वह जोड़ी जो अपराधियों के पैरों में उन्हें बाँध रखने के लिए पहनाई जाती है:"सिपाही ने उसके पैरों में बेड़ी डाल दी"
पर्याय: बेड़ी, ज़ंजीर, जंजीर, साँकर, साँकड़, चेन, आंदू - ऊँट की नकेल:"एक छोटा बालक मुहार पकड़े ऊँट के साथ-साथ चल रहा था"
पर्याय: मुहार, मोहरी - कड़े की तरह का पैर में पहनने का एक गहना :"दादी पैंकड़ा पहनती हैं"