प्रहरणकलिका का अर्थ
[ perherneklikaa ]
प्रहरणकलिका उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- एक वर्णवृत्त जिसमें चौदह वर्ण होते हैं:"प्रहरणकलिका के प्रत्येक चरण में दो नगण, एक भगण, एक नगण और अंत में लघु, गुरु होते हैं"
उदाहरण वाक्य
- इनके अतिरिक्त प्रहर्षिणी , मालिनी, औपच्छंदसिक, वंशस्थ, वैतालीय, अश्वललित, नंदन, पृथ्वी, रुचिरा, नर्कुटक, तनुमध्या, त्रोटक, द्रुतविलंबित, प्रमिताक्षरा, प्रहरणकलिका, मंदाक्रांता, शार्दूलविक्रीड़ित एवं स्रग्धरा का छुटपुट प्रयोग दिखाई देता है।