प्रहाण का अर्थ
[ perhaan ]
प्रहाण उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- किसी बात या कार्य में मन के लीन होने की दशा या भाव:"रमेश बड़े ध्यान से पढ़ता है"
पर्याय: ध्यान, गौर, ग़ौर, मनोयोग, मनोन्नियोग, अभिनिवेश, फोकस - अपना अधिकार या स्वत्व सदा के लिए और पूरी तरह से छोड़ने की क्रिया:"राजा के पद के परित्याग से प्रजा बहुत दुखी थी"
पर्याय: परित्याग, त्याग, उत्सर्ग, अपवर्जन, अपसर्ग, परिवर्जन, प्रहाणि, विप्रहरण, तर्क
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- तृष्णा का अशेष प्रहाण कर देना निरोध आर्यसत्य है।
- तृष्णा का अशेष प्रहाण कर देना निरोध आर्यसत्य है।
- दु : ख प्रहाण ही उनके धर्म का प्रयोजन है।
- उसके प्रहाण के लिए महाकरुणा से संगृहीत सम्भारों तथा पारिमताओं की आवश्यकता होती है।
- ऊपर जो शील कहे गये हैं , वे सामान्यतया गृहस्थ आदि की दृष्टि से प्रहाण करने योग्य शील हैं।
- श्रावकगोत्रीय पुद्गल का लक्ष्य प्राय : पुद्गलनैरात्म्य का साक्षात्कार करनेवाली प्रज्ञा द्वारा अपने क्लेशों का प्रहाण कर चार्य आर्यसत्यों का साक्षात्कार करके श्रावकीय अर्हत्त्व पद प्राप्त करना है।
- योगी भिक्षुओं के लिए विशेषत : क्लेशों के प्रहाण के लिए 4 प्रकार के परिशुद्धिशीलों का पालन करना आवश्यक होता है और सभी शील इनके अन्तर्गत आ जाते हैं।
- उन्हें ऐसा लगता है , मानों भगवान हमें धर्म की देशना कर रहे हैं और हम देशना सुन रहे हैं , किन्तु तथागत में कोई विकल्प नहीं होता , क्योंकि उन्होंने समस्त विकल्प जालों का प्रहाण कर दिया है।
- यथाच उप्पन्नस्स कामच्छन्दस्स पहानं होततिञ्च पजानाति - यों उदीरणा और निर्जरा होते होते प्रहाण क्षय होते होते एक समय ऐसा आता है , जब कि अंतर्मन की गहराई तक के कामतृश्णा के सारे संस्कार उखड जाते हैं उनका नाम लेख तक नहीं रहता ।
- यथाच उप्पन्नस्स कामच्छन्दस्स पहानं होततिञ्च पजानाति - यों उदीरणा और निर्जरा होते होते प्रहाण क्षय होते होते एक समय ऐसा आता है , जब कि अंतर्मन की गहराई तक के कामतृश्णा के सारे संस्कार उखड जाते हैं उनका नाम लेख तक नहीं रहता ।