प्रोषित का अर्थ
[ perosit ]
प्रोषित उदाहरण वाक्य
परिभाषा
विशेषणउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- प्रोषित पतिका तो वह हुयी न ? मुग्धा ही कहिये!
- भानुदत्त ने प्रोषित नाम के एक और भेद का उल्लेख किया।
- प्रांतीय आह्वान पर फार्मेसिस्ट धरना-प्रदर्शन करने के साथ ही प्रमुख सचिव को ज्ञापन भी प्रोषित करेंगे।
- निश्चित रूप से लोक जीवन में भी प्रोषित पतिकाओं के लिए ऋतु उद्वेलित और उत्तेजित करती है।
- उत्सव तथा विवाह आदि में भी प्रोषित पूतिका के समान ही रहे , तथा साज-श्रृंगार बिल्कुल भी न करें।
- इस तरह विरह और प्रिय के प्रेम के बंट जाने की अनेक दुश्चिंताओं से क्लांत नायिका है विरह पीडिता ( प्रोषित भर्त्रिका / पतिका ) .
- प्रिय-पत्र में लवलीन प्रोषित पतिका , पगतल में आलक्तक रमाती हुई कामिनी , नेत्रों को अंजन-शलाका का स्पर्श देती हुई सुलोचना , बालक को पयपान कराती स्नेह वत्सला जननी तथा पैर से कंटक मोचन करती विपगथा तथा नुपूर बांधती हुई नृत्योद्धत किन्नर बाला की विख्यात प्रतिमाएं अपनी जीवंत कला को समाहित कर रही हैं।
- फिर भी विराहज स्पंदन न स्तब्ध क्यों प्रोषित पतिका प्रमदा का ? क्यों सलिल राशिः भैरव निनाद लोटता अवनि पर धुन माथा ? पावस घन चपला लिए अंक में धावित यह कैसी गाथा ? बस लिपट गयी कुछ कह न सकी बावरिया बरसाने वाली - क्या प्राण निकलने पर आओगे जीवन वन के वनमाली॥ २०॥ - पूछा तुमने अति पास बैठ ” अब भी न जान पाया आली ।