बिंवाई का अर्थ
[ binevaae ]
बिंवाई उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- छोड़कर चले जाना सारे सुख और बीन लेना किसी के पैर की बिंवाई और किसी के आंख का आंसू . ..
- और अंत मे वो जिसके हाथ मैं छाले हैं , पैरों मैं बिंवाई है उसी के दम से रौनक आपके बंगले मैं आयी है
- लंबा घूंघट , तन मन भर जेवर,बनारसी साड़ी से लदी फंदी नईकी दुल्हन से सम्बंधित आपकी संस्मरणात्मक रचना , जाके पैर ना फटी बिंवाई :)
- टिपण्णीयो की संख्या देख एक बुंदेली कहावत याद आ गईः “जिसके पैर में फटे बिंवाई , वो ही जाने पीर पराई” साथ ही आपके उत्साहवर्धन का धन्यवाद।
- हफ्ते में एक दिन / फाँके की बारी/दैनिक वेतन भोगी/छुट्टी इतवारी/जोड जोड दुखते हैं/यंत्रो के साथ जुटे चुप ही तो रहना है/चाहे बिंवाई फटे /कट कट कर मिलती है /शाम को दिहाडी।
- “ जाके पैर ना फटी बिंवाई सो का जाने पीर पराई ” कहावत मुद्दतों से चलन में है जरुर किसी भुक्तभोगी नें गढ़ी होगी ! आपको कष्ट तो नि : संदेह हुआ होगा पर प्रतिसाद स्वरुप दैहिक विकलांगता के प्रति एक ' नया नज़रिया ' विकसित हुआ / आप खुद को ' ज्यादा संवेदनशील ' महसूस कर पा रही हैं ये क्या कम बड़ी बात है ?
- आखिर नज़र क्यों आएगी ? कांग्रेस की सर्कार में तो नेताओं की बल्ले -बल्ले ही है , भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पर है , जनता का पैसा लूट- लूट कर अपनी जेबें भरने वाले नेताओं को महंगाई की समझ क्यों आने लगी ? वो कहते हैं न जिन पैर न फटी बिंवाई वो क्या जाने पीर पराई … जिन्हें आते दाल का भाव न पता हो वो क्या जाने महंगा ई.