बिक्रमी का अर्थ
[ bikermi ]
बिक्रमी उदाहरण वाक्य
परिभाषा
विशेषणउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- युवा नाट्यकला परिषद परवाहा देउरी द्वारा बिक्रमी शम . ..
- कलिसम्वत के 3044 वर्ष बाद बिक्रमी संवत का प्रारंभ माना जाता है .
- उसी दौरान मस्जिद रानी हांस के स्थान पर बाबा वारिस साँस ने 1180 हिजरी मुताबिक 1823 बिक्रमी भाव 1767 ई में हीर की रचना संपूर्ण की।
- इसके पश्चात गुरु जी रावी में प्रवेश करके अपना शरीर त्याग कर सचखंड जी बिराजे | उस दिन ज्येषठ सुदी चौथ संवत १ ५५ ३ बिक्रमी थी | गुरु जी का ज्योति ज्योत समाने का सारे शहर में बड़ा शोक बनाया गया | गुरु जी के शरीर त्यागने के स्थान पर गुरुद्वारा ढ़ेरा साहिब लाहौर शाही किले के पास विद्यमान है |
- १ . यह दिन काल गरना का प्रथम दिन है , अर्थात इस दिन सूर्योदय के साथ ही ब्रहमा जी ने स्रष्टी की रचना प्रारंभ की थी . २ . बिक्रमी सम्बत का प्रथम दिन - कहा जाता है की उसी राजा के नाम पर सम्बत प्रारम्भ करने का प्रावधान है , जिस के राज्य में कोई दींन दुखी न हो , कोई चोर या अपराधी न हो , किसी भी नागरिक को किसी दुसरे से या राजा से कोई शिकायत ना हो तथा जो चक्रवर्ती राजा हो .
- १ . यह दिन काल गरना का प्रथम दिन है , अर्थात इस दिन सूर्योदय के साथ ही ब्रहमा जी ने स्रष्टी की रचना प्रारंभ की थी . २ . बिक्रमी सम्बत का प्रथम दिन - कहा जाता है की उसी राजा के नाम पर सम्बत प्रारम्भ करने का प्रावधान है , जिस के राज्य में कोई दींन दुखी न हो , कोई चोर या अपराधी न हो , किसी भी नागरिक को किसी दुसरे से या राजा से कोई शिकायत ना हो तथा जो चक्रवर्ती राजा हो .