बिराजना का अर्थ
[ biraajenaa ]
बिराजना उदाहरण वाक्य
परिभाषा
क्रिया- शरीर का नीचेवाला आधा भाग किसी आधार पर टिकाकर या रखकर पट्ठों के बल स्थित होना :"मेहमान बैठकखाने में बैठे हैं"
पर्याय: बैठना, आसन लेना, आसन ग्रहण करना, आसीन होना, विराजना, तशरीफ रखना, तशरीफ़ रखना
उदाहरण वाक्य
- बैठना , आसन लेना, आसन ग्रहण करना, आसीन होना, बिराजना ऊपर से नीचे 1.
- अत : इसका छठे भाव या बारहवेम भाव में कमजोर होकर बिराजना धन तथा सुख के लिये अशुभ हो जायेगा , मंगल लगनेश है और अष्टमेश भी , हमेशा शुभ फ़ल देता है , बुध तीसरे और छठे भाव का स्वामी है , दोनो ही पापी भाव हैं , यदि केन्द्र या त्रिकोण में बलवान होगा , तो धन के सम्बन्ध में अशुभ फ़ल देगा .