बीर-बहूटी का अर्थ
[ bir-bhuti ]
बीर-बहूटी उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- एक छोटा रेंगने वाला बरसाती कीड़ा:"बीर-बहूटी गहरे लाल रंग की होती है"
पर्याय: बीरबहूटी, इंद्रवधू, इन्द्रवधू, इंद्रगोप, इन्द्रगोप, अग्निक, इंदुवधु, इन्दुवधु, इंदुवधू, इन्दुवधू, इंदु-वधू, इन्दु-वधू, शक्रगोप, त्रिदशगोप, चंद्रवधू, चन्द्रवधू, धूम्राक्ष, वर्षाभू, वज्रगोप, रक्त-वर्ण, इंद्र-गोप, इन्द्र-गोप, ताम्रकिलि, रक्ताभ, ताम्रकृमि
उदाहरण वाक्य
- बीर-बहूटी और जुगुनूं पारी पारी रात और दिन
- बीर-बहूटी और जुगुनूं पारी पारी रात और दिन को इधर उधर बहुत दिखाई पड़ती हैं।
- कभी पहली बरसात के बाद ज़मीन की दरारों से निकलती बीर-बहूटी की फ़ौजों के कुछ सिपाहियों को माचिस की खाली डिब्बियों में क़ैद करते।
- “ नहीं , कुछ नहीं है शेखर- ” किन्तु चारपाई पर लेटती हुई शशि फिर एकाएक सिकुड़कर अधबैठी रह गयी ; फिर मुश्किल से एक करवट सिमटकर निश्चल हो गयी , एक हाथ धीरे-धीरे उठकर माथे तक गया और टिक गया ; उँगलियाँ सरककर केशों की ओर बढ़ीं और तीन नख बीर-बहूटी से ओझल हो गये-एकाएक शेखर ने देखा कि यद्यपि शशि की आँखें खुली हैं तथापि वह न कुछ देखती है , न जानती है , यह भी नहीं कि शेखर वहाँ है-या कि वह है भी ...