ब्रह्मदण्डी का अर्थ
[ berhemdendi ]
ब्रह्मदण्डी उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- एक जंगली जड़ी:"अजदंती कफ और वातनाशक मानी जाती है"
पर्याय: अजदंती, ब्रह्मदंडी, अजदन्ती, कटुपत्रफला
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- सर्वजन वशीकरण प्रयोग ब्रह्मदण्डी वचाकुष्ठ चूर्ण ताम्बूल मध्यतः।
- ब्रह्मदण्डी , वच और कुठ के चूर्ण को रविवार के दिन पान में डालकर खिला दें।
- ब्रह्मदण्डी खून को साफ करता है , घावों को भरता है, वीर्य की कमजोरी को दूर करता है।
- ( ख) कालीमिर्च, सौंफ, असगंध, सतावर, सेमरमूसर ब्रह्मदण्डी, इन सभी को कूट-पीसकर इन सबके बराबर मिश्री मिलाकर डिब्बे में रख लें।
- ब्रह्मदण्डी ब्रह्मदण्डी , बहुफली 50-50 ग्राम कूट छान कर इसमें 100 ग्राम खांड़ को मिलाकर 10 ग्राम को खुराक के रूप में सुबह पानी के साथ सेवन करें।
- ब्रह्मदण्डी ब्रह्मदण्डी , बहुफली 50-50 ग्राम कूट छान कर इसमें 100 ग्राम खांड़ को मिलाकर 10 ग्राम को खुराक के रूप में सुबह पानी के साथ सेवन करें।
- 1 . असगंध : 25 - 25 ग्राम असगंध , ब्रह्मदण्डी और निर्गुण्डी को एकसाथ मिलाकर अच्छी तरह से पीसकर और छानकर इसमें 75 ग्राम खांड मिलाकर रख लें।
- 1 . असगंध : 25 - 25 ग्राम असगंध , ब्रह्मदण्डी और निर्गुण्डी को एकसाथ मिलाकर अच्छी तरह से पीसकर और छानकर इसमें 75 ग्राम खांड मिलाकर रख लें।
- होता है | पत्ते और फलों पर काँटे होते हैं | यह प्रायः जँगलों में अधिकतर होता है | गुण - ब्रह्मदण्डी , गरम ,कडुवी ,,कफनाशक, तथा वात रोग और सूजन विनाशक है | यह वीर्य को
- ब्रह्मदण्डी , बहुफली, बीजबन्द, पलंग तोड 50-50 ग्राम कूट छान कर इस में 100 ग्राम खांड़ मिलाकर 10-10 ग्राम को दिन में सुबह-शाम दूध या पानी के साथ सेवन करने से शीघ्रपतन के रोगी को लाभ होगा।