भंगरैया का अर्थ
[ bhengaraiyaa ]
भंगरैया उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- भंगरैया के रस का लेप भी कर सकते हैं।
- भंगेरा , भांगरा , भंगरैया , घमिरा कुन्तलवर्द्धन , मार्कव।
- भंगेरा , भांगरा , भंगरैया , घमिरा कुन्तलवर्द्धन , मार्कव।
- इस पौधे को आम भाषा में भांगरा या भंगरैया भी कहा जाता है .
- भंगरैया का रस चमड़ी के पुराने रोग जैसे खाज-खुजली आदि पर लगाने से आराम मिलता है।
- भंगरैया 5 - 10 ग्राम भंगरैया सुबह-शाम सेवन करने से `` पलित ' ' रोग मिट जाता है।
- भंगरैया 5 - 10 ग्राम भंगरैया सुबह-शाम सेवन करने से `` पलित ' ' रोग मिट जाता है।
- भंगरैया तुलसी और निर्गुंडी के पत्तो का रस अजवाईन का चूर्ण मिलाकर पीने से गठिया की सूजन और&
- 15 खुजली ठीक करने के लिए ‘‘ भंगरैया नामक पौधे की पत्तियाँ पीसकर छोपने से खुजली ठीक हो जाती है।
- ** भंगरैया तुलसी और निर्गुंडी के पत्तो का रस अजवाईन का चूर्ण मिलाकर पीने से गठिया की सूजन और दर्द में बहुत लाभ होता है .