भक्ति-भाव का अर्थ
[ bhekti-bhaav ]
भक्ति-भाव उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- किसी बड़े के प्रति होनेवाली श्रद्धा या आदर भाव:"संत,महात्माओं ने ज्ञान प्राप्त करने के लिए गुरु के प्रति भक्ति का होना आवश्यक बतलाया है"
पर्याय: भक्ति
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- भक्ति-भाव से मिलकर बोलो , रघुपति राघव राजा राम।
- भक्ति-भाव से प्रभु-दर्शन कर , जीवन सफल बनाओ रे!
- शिष्यों के ( अस्थायी)अनुशासन और भक्ति-भाव से ही मुदित हैं।
- भक्ति-भाव न मेरे , भाव कहाँ से पाऊँ ।
- उनका सारा जीवन मधुर भक्ति-भाव से ओतप्रोत था।
- उनका सारा जीवन मधुर भक्ति-भाव से ओतप्रोत था।
- बालक च्यवन बचपन से ही भक्ति-भाव रखता था।
- भक्ति-भाव से मिलकर बोलो , रघुपति राघव राजा राम।।
- भक्ति-भाव से कुसुमांजलि ले थे खड़े॥ 2 ॥
- जो नर पढ़ते भक्ति-भाव से , महालक्ष्मी का स्तोत्र.