भव-चक्र का अर्थ
[ bhev-chekr ]
परिभाषा
संज्ञा- संसार में बार-बार जन्म लेने और मरने का क्रम:"कहते हैं कि भवचक्र में चौरासी लाख योनियाँ आती हैं"
पर्याय: भवचक्र, भव चक्र, संसृति - सांसारिक झंझट या जंजाल :"उसने दुनियादारी से मुक्त होकर संन्यास ले लिया"
पर्याय: दुनियादारी, दुनियाँदारी, सांसारिकता, भवजाल, भव-जाल, माया-जाल, मोह-माया, मायाजाल, भवचक्र