भीष्म-पितामह का अर्थ
[ bhisem-pitaamh ]
भीष्म-पितामह उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- गंगा के गर्भ से उत्पन्न राजा शांतनु के पुत्र:"भीष्म ने आजीवन ब्रह्मचर्य का पालन किया"
पर्याय: भीष्म, पितामह, गांगेय, भीष्मपितामह, भीष्म पितामह, ऊर्ध्वरेता, गंगादत्त, देवव्रत, पुरावसु, तालकेतु
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- का शान्तनु को उपदेश , शान्तनु का भीष्म-पितामह को उपदेश, शरशय्या
- यहाँ तक कि भीष्म-पितामह शूद्र सत्यवती के ही पुत्रा थे।
- द्रोणाचार्य और भीष्म-पितामह ने कहा कि ये महाबली पवनकुमार है ।
- कृपाचार्य , भीष्म-पितामह , द्रोण आदि अधर्म की पीठ ठोक रहे थे।
- कृपाचार्य , भीष्म-पितामह , द्रोण आदि अधर्म की पीठ ठोक रहे थे।
- भीष्म-पितामह अंबा-अंबिका नामक दो राजकन्याओं को जीतकर राजा विचित्र वीर्य के पास ले आये।
- पता चला कि वह शर-शैय्या में पड़े भीष्म-पितामह की तरह इस इंतज़ार में थी कि रहम खाकर अर्जुन उसकी प्यास को जरूर बुझायेगा।
- सुजॊय - अमीन सायानी साहब ने अनिल दा पर केन्द्रित एक रेडियो कार्यक्रम में उन्हें फ़िल्म संगीतकारों के भीष्म-पितामह कह कर संबोधित किया था।
- कुछ असहाय से भीष्म-पितामह टाइप के नेता दिखते भी हैं , तो फ़टकार बरसते चेहरों के साथ ही कुछ बोल पाते हैं क्योंकि राजनीति के प्रति निष्ठा के वचन से बंधे जो हैं ।
- भीष्म-पितामह , द्रोणाचार्य , कृपाचार्य जैसे लोग भी जब अधर्म के पक्ष में होते हैं , अधर्मियों की पीठ ठोकते हैं तो ईश्वरीय विधान उनको भी युद्ध के मैदान में ठिकाने लगा देता है।