मंगल्य का अर्थ
[ mengaley ]
मंगल्य उदाहरण वाक्य
परिभाषा
विशेषण- कल्याण करनेवाला:"संतों का उपदेश कल्याणकरी होता है"
पर्याय: कल्याणकारी, मंगलकारी, कल्याणप्रद, मंगलकारक, मंगलदायक, मंगलप्रद, हितकारी, हितकर, हितकारक, मुबारक, कल्याणमय, इष्टकर, सुभी, अनुकूल, तिष्य, शंकर, शङ्कर
- एक प्रकार का लाल रंग या चूर्ण जिसे हिंदू सुहागिनें माँग में भरती हैं:"आधुनिक युग में कुछ शहरी विवाहिताएँ सिंदूर लगाना पसंद नहीं करतीं"
पर्याय: सिंदूर, सिन्दूर, सेंदुर, ईंगुर, वीररज, इंगुर, पत्रावलि, अरुण, अरुन, नागरक्त, नागरेणु, नागसंभव, नागसम्भव, हंसपाद, रक्त, रक्तचूर्ण, महारस, रक्तशासन - एक लता जिसके बीज औषध के काम में आते हैं:"बलभद्रा के बीज शीतल और त्रिदोषनाशक होते हैं"
पर्याय: बलभद्रा, त्रायमाण, त्रायमाण लता, त्राणा, त्रायमाणलता, त्रायंती, त्रायन्ती, त्रायमाणा, त्रायमाणिका - अनेक तीर्थों या नदियों से लाया हुआ जल:"मंगल्य का उपयोग कुछ धार्मिक अनुष्ठानों में होता है"
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- पीपल ( अश्वत्थ) को शुचिद्रुम, विप्र, यांत्रिक, मंगल्य, सस्थ आदि नामों से जाना जाता है।
- चैत्यद्रुम ( मंदिरों का वृक्ष ) विप्र : , शुभद : और मंगल्य : आदि इसके नाम हैं ।
- पीपल ( अश्वत्थ ) को शुचिद्रुम , विप्र , यांत्रिक , मंगल्य , सस्थ आदि नामों से जाना जाता है।
- पीपल ( अश्वत्थ ) को शुचिद्रुम , विप्र , यांत्रिक , मंगल्य , सस्थ आदि नामों से जाना जाता है।
- पिप्पल , केशवावास , चलपत्र , पवित्रक , मंगल्य , श्यामलः , अश् वत्थ , बोधिवृक्ष , गजाशन , श्रीमान् , क्षीरद्रुमः , विप्र , शुभद , श्यामलश्छद , गुह्यपत्र , सेव्य , सत्य , शुचिद्रुम , चैत्यद्रुम , वनवृक्ष , चन्द्रकर , मिताह्वय ।
- पिप्पल , केशवावास , चलपत्र , पवित्रक , मंगल्य , श्यामलः , अश् वत्थ , बोधिवृक्ष , गजाशन , श्रीमान् , क्षीरद्रुमः , विप्र , शुभद , श्यामलश्छद , गुह्यपत्र , सेव्य , सत्य , शुचिद्रुम , चैत्यद्रुम , वनवृक्ष , चन्द्रकर , मिताह्वय ।
- आसाराम की योग वेदांत समिति को 2001 में कथित सत्संग के लिए 11 दिन के लिए मध्य प्रदेश के रतलाम में मंगल्य मंदिर के परिसर का उपयोग करने की अनुमति दी गई थी लेकिन 12 साल बाद भी समिति ने परिसर को खाली नहीं किया और 700 करोड़ रुपये मूल्य की 100 एकड़ भूमि पर कब्जा किया हुआ है।
- आसाराम की योग वेदांत समिति को 2001 में एक कथित सत्संग के लिए 11 दिन के लिए मध्य प्रदेश के रतलाम में मंगल्य मंदिर के परिसर का उपयोग करने की अनुमति दी गई थी लेकिन 12 साल बाद भी समिति ने परिसर को ख़ाली नहीं किया है और 700 करोड़ रुपए मूल्य की 100 एकड़ भूमि पर क़ब्ज़ा किया हुआ है .