मंथनी का अर्थ
[ mentheni ]
मंथनी उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
- सुदर्शन-चक्र समान घूमती गैलेक्सी के केंद्र में सुपर गुरुत्वाकर्षण ' ब्लैक होल ' अर्थात ' कृष्ण ' हैं ,,, और इस चक्र की बाहरी ओर हमारा सौर-मंडल वैसे ही अवस्थित है जैसे एक बड़े पात्र में दूध से बने दही को केंद्र में अवस्थित मंथनी से बिलोया जाता है ,,, और मक्खन बाहरी ओर चला जाता है ...
- गिरी ने बताया कि किंवदन्तियोंके अनुसार भगवान् शिव का नाम नीलकंठ पडने के विषय में कहा जाता है कि देवकालमें एक श्राप के कारण देवताओं की शक्ति क्षीण हो गई और उसे वापस पाने के लिए देवों ने असुरों के साथ मिलकर मदरांचलपर्वत की मंथनी और वासुकी नाग की रस्सी बनाकर समुद्र का मंथन भगवान विष्णु के कच्छप ( कक्षुआ) अवतार की पीठ पर रखकर किया था।
- प्रकृति में अनेक संकेत हैं , जैसे कुत्ते की दुम में खुजली होती है तो वो गोल गोल घूमता चला जाता है ( और कई बार लेटने , स्थान ग्रहण करने , से पहले भी ) - ‘ सागर मंथन ' की मंथनी समान - क्यूंकि उसका मुंह पूंछ तक नहीं पहुँच पाता … ( कुत्ते को यमराज रूप में शिव का मित्र माना जाता है ) …