मम्मट का अर्थ
[ memmet ]
मम्मट उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- ग्यारहवीं शताब्दी में हुए संस्कृत काव्य शास्त्र के सर्वश्रेष्ठ विद्वान:"आचार्य मम्मट ने काव्यप्रकाश की रचना की"
पर्याय: आचार्य मम्मट
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- पाचवां प्रयोजन मम्मट के अनुसार है , “सद्यः परनिर्वृतये”।
- तीसरा प्रयोजन , मम्मट के अनुसार ‘व्यवहार ज्ञान' है।
- तीसरा प्रयोजन , मम्मट के अनुसार ‘व्यवहार ज्ञान' है।
- 2 . ध्वनिकाल- आचार्य आनन्दवर्धन से आचार्य मम्मट तक।
- इसके विषय में आचार्य मम्मट लिखते हैं-
- आचार्य मम्मट ने भावोदय का निम्नलिखित उदाहरण दिया है।
- और छठा उद्देश्य मम्मट के अनुसार “कान्तासम्मित उपदेश” है।
- रुद्रट और मम्मट के समय से ही काव्य का
- मम्मट के काव्यप्रकाश के अनंतर साहित्यदर्पण प्रमुख रचना है।
- आचार्य मम्मट ने यमक के ग्यारह भेद बताए हैं-