मुँदरी का अर्थ
[ munedri ]
मुँदरी उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- कहु मुँदरी अब तोयन की , को करिहैं परतीति॥
- मुँदरी कई तरह की होती हैर ।
- मुँदरी की शादी में उन्हें दस कट्ठा बेचना पड़ा।
- उसने तुरन्त अपनी हीरे की अँगूठी ( हिरौंदी मुँदरी ) निकालकर दे दी।
- उस ने मुँदरी में से पूरी साड़ी गुजार दी और कहा , “देखिए!” मैंने
- धोने वाला , पेंच के ऊपर रक्खी हुई मुँदरी जिससे ढिबरी कसकर ठहरी रहती है
- ऊपर और नीचे की गाँठ के पास लोहार से उन पर लोहे की मुँदरी चढ़वाते।
- फैलाव पर रचे गये जगत् से , या मुँदरी के वृत्त में से उसके गुजार दिए
- हाथ की अंगुलियों में मुँदरी और कटि में मेखला या कटिसूत्र-स्री-पुरुष और देवी-देवता के स्तर के अनुरुप बनक ( डिजाइन) में पहने जाते थे ।
- मध्यकाल के आचार्य कवि शव से लेकर आधुनिक लोककवि भुजबल तक अनेक कवियों की रचनाओं में मुँदरी का वर्णन आया है , जिससे उसकी लोकप्रियता की बानगी मिलती है ।