मुरचा का अर्थ
[ murechaa ]
मुरचा उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- छोटी सायकिल मुरचा खाई हुई पड़ी है।
- लोहे के ऊपर जो मुरचा लग जाता है वह उसी धातु की एक तह
- लोहे पर वंग से कलई करने पर उसपर न मुरचा ही लगता और न अम्लों का जल्दी असर पड़ता है।
- कई जन्मों की बुराई ( जैसे लोहे में लगी जंग / मुरचा ) गुरुदेव एक क्षण / पल में ही नष्ट कर देते हैं।
- कांग्रेस से भी बैर नहीं लेना चाहते क्योंकि , तीसरे मोरचे को चाहे जितना मांजकर चमका लें बिना कांग्रेस या बीजेपी के समर्थन के तीसरे मोरचे में मुरचा ( जंग ) ही लग जाएगा।
- केवल इतना ही कि हम पुरूषार्थ विहीन हो गये हैं , हमारे पौरुषेय गुणों में मुरचा लग गया हैं , उसे साफ कर डालें , तब अचरज क्या कि हमारा भविष्य , गौरव और महत्व भूतपूर्व महत्व से भी अधिक चमकीला हो जाय।
- गई चतुराई . भूल गए जैसे होते थे कैसे बेहया होती क्या बेहयाई.सन्न देखता रह गया, खुद के देखने से पहले महेश, गणेश,मातादीन, मंदप्रसाद सब सोये रहे मैं उठ गया.ताज़ी हवा सूंघकर थोड़ा घबराया कहीं ज़्यादा ही गड़बड़ न हो गया हो विचारता कुछ शरमाया भी.मगर अब क्या हो सकता था.चाय उबल रही थी नल चल रहा था.साइकिल के मुरचा खाये चेन परनए तेल की कुप्पी की सिंगार की तरहमैं नवल रहा था.