मूल-तत्व का अर्थ
[ mul-tetv ]
मूल-तत्व उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- किन्तु अंतिम दो अध्याय तो पुस्तक के मूल-तत्व हैं।
- लघुकथा का मूल-तत्व है- ' वस्तु', जो कि प्रत्येक कथा-विधा का है।
- मूल-तत्व है कि . .. ईश्वर एक , और केवल एक है ।
- लघुकथा का मूल-तत्व है - ‘ वस्तु ' , जो कि प्रत्येक कथा-विधा का है।
- इस दर्शन में परिस्थितियों को जस का तस देखने और उसी के अनुरूप निर्णय लेने के मूल-तत्व की प्रधानता है।
- पर आजकल हमारे अधिकांश देशवासी त्यौहारों के मूल-तत्व को भूलकर उनको प्रायः उल्टे-सीधे ढंग से मनाने लग गये हैं , जिससे लाभ के स्थान पर प्रायः हानिक ही होती जान पड़ती है ।
- यथार्थ नैतिकता व आध्यात्मिकता वास्तव में क्या है जिसे हमारी शैक्षणिक व्यवस्था का न केवल अभाज्य अंग , बल्कि मूल-तत्व होना चाहिए ? इस प्रश्न का यथोचित उत्तर यदि पूर्णरूप से मनुष्य और समाज से लिया जाए तो जनसामान्य , विचारकों , बुद्धिजीवियों , दार्शनिकों आदि से मिलने वाले उत्तरों में बड़ी भिन्नता होगी , बड़ा अन्तर , विरोधाभास और टकराव होगा।
- रही बात पुनर्जन्म की तो पुनर्जन्म शरीर का नहीं मूल आत्म-तत्व का ही तो होता है -जब मूल-तत्व एक ही है ( अब वैज्ञानिक जिसे ईश्वर कण कह रहे हैं -वेदों में ब्रह्म कहा गया है ) जिससे समस्त अन्य का जन्म व प्रसार होता है तो वही मूल कण बार बार विभिन्न रूप में उपस्थित होता है ... यही पुनर्जन्म है ...