मेकलसुता का अर्थ
[ mekelsutaa ]
मेकलसुता उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- भारत की प्रमुख नदियों में से एक जो अमरकंटक से निकली है:"नर्मदा से निकलने वाला अंडाकार शिवलिंग नर्मदेश्वर कहलाता है"
पर्याय: नर्मदा, नर्बदा, रेवा, मुरला, मुरंदला, इंदुजा, इन्दुजा, पूर्वगंगा, मेकलकन्या, सोमोद्भवा, सोमसुता, वेदगर्भा, नर्मदा नदी, नर्बदा नदी, रेवा नदी, मुरला नदी, मुरंदला नदी, इंदुजा नदी, इन्दुजा नदी, पूर्वगंगा नदी, मेकलसुता नदी, मेकलकन्या नदी, सोमोद्भवा नदी, सोमसुता नदी, वेदगर्भा नदी
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- मेकलसुता नर्मदा दोनों का सामीप्य सिद्ध है।
- पुण्य सलिला पतित पावनी मेकलसुता शिव की वरद पुत्री है।
- इस प्रकार मेकलसुत सोन और मेकलसुता नर्मदा दोनों का सामीप्य सिद्ध है।
- नर्मदा : -‘नमामि देवि नर्मदे' मेकलसुता महीयसी नर्मदा को रेवा नाम से भी जाना जाता है।
- तब कहाँ पता था कि मेकलसुता के किनारे एक दिन वह पुरुष उसे ही बनना पड़ेगा।
- नर्मदा : - ‘नमामि देवि नर्मदे' मेकलसुता महीयसी नर्मदा को रेवा नाम से भी जाना जाता है।
- मध्य प्रदेशनगर के वरिष्ठ रचनाकार सजीवन मयंक की काव्य कृति पत्थर खिंची लकीर ( दोहा संग्रह) का लोकार्पण मेकलसुता दोहा पत्रिका के सम्पादक श्रीकृष्ण स्वरूप शर्मा मैथिलेन्द्र एवं डॉ.
- अप्रतिम सुंदरी मेकलसुता नर्मदा जब बड़ी हुई तो उससे विवाह को आतुर राजकुमारों के सामने शर्त रखी गयी कि जो भी गुलबकावली के फूल ले कर आएगा , उसी से उसका विवाह किया जाएगा।
- रह पाया उस नदी के किनारे क्योंकि समय , असमय , ख़ुशी , अवसाद सब क्षणों जब वह रेलगाड़ी से उतरता है तभी आवाज़ें भी ... । का उत्तर उसे मेकलसुता से ही मिला।
- होशंगाबाद से प्रकाशित पत्रिका ' मेकलसुता' के प्रवेशांक से सतत प्रकाशित-प्रशंसित हो रही लेखमाला 'दोहा गाथा' सलिल जी का अनूठा अवदान है जिसमें हिन्दी वांग्मय के कालजयी छंद दोहा के उद्भव, विकास, युग परिवर्तन में दोहा की निर्णायक भूमिका के प्रामाणिक उदाहरण हैं.