मोह-निद्रा का अर्थ
[ moh-nideraa ]
मोह-निद्रा उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- मोहरूपी बेहोशी या निद्रा:"धृतराष्ट्र की मोहनिद्रा महाभारत युद्ध के बाद टूटी"
पर्याय: मोहनिद्रा, मोह निद्रा
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- इज इटर्नल विजिलेंस ' -और हम उस मोह-निद्रा में न पड़े रहते या पड़ते
- कवि मोह-निद्रा में डूबे राष्ट्र को जागृति के गान गाकर संघर्ष के लिए प्रेरित करता है।
- कोई कहता , अहा धन् य दयानन् द जिसने आर्यावर्त के निंदित आलसी मूर्खों की मोह-निद्रा भंग कर दी।
- जो व्यक्ति मोह-निद्रा में सोता नहीं रहता , परमात्मा के साथ जागता रहता है , उन्हीं के द्वारा यह रहस्य देखा जाता है।
- पर तिष्यरक्षिता किंकर्तव्यविमूढ़ होकर वहीं तब तक खड़ी रहीं , जब तक किसी दासी के भूषण-शब्द ने उसकी मोह-निद्रा को भंग नहीं किया।
- यहाँ तक कि सतयुग के आरम्भ में जो देव-शिरोमणी ' श्री नारायण ' थे , अब वे भी जन्म-जन्मान्तर के बाद मोह-निद्रा में विलीन थे।
- उन्होंने 33 वर्षों तक देश के लाखों तरुणों को मोह-निद्रा से जगाकर देश , धर्म और समाज-सेवार्थ प्रेरित करने का जो बीड़ा उठाया था, उसे अनूठे ढंग से निभाया भी था।
- यही नारायण द्वारा मोह-निद्रा को छोडना तथा मधु-कैटभ को मारना या ( आध्यात्मिक ) शक्ति द्वारा ' महिषासुर ' या ' धूम्रलोचन ' और ' रक्त बीज ' आदि का संहार करना है।
- अगर हमें याद रहता कि यह स्वातन्त्र्योत्तर नहीं , स्वातन्त्र्य युग है , तो हम उस स्वतन्त्रता की त्रुटियों का भी अनुभव करते जो आज हम भोग रहे हैं , उसके प्रति अपनी जिम्मेदारी भी समझते या कम से कम उसे अनदेखा न कर सकते ! तब शायद हमें फिर याद आता कि ' द प्राइस आफ लिबर्टी इज इटर्नल विजिलेंस ' -और हम उस मोह-निद्रा में न पड़े रहते या पड़ते जिसमें हमें थपकिया कर पहुँचाने का विराट आयोजन हमारे चारों ओर है-अलग-अलग पक्षों के द्वारा अलग-अलग कारणों से ...