रक्तमुख का अर्थ
[ rektemukh ]
रक्तमुख उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
- मूर्त दंभ गढ़ने उठता हैशील विनय परिभाषा , मृत्यु रक्तमुख से देताजन को जीवन की आशा।
- - डॉ . हरिवंशराय 'बच्चन' (आकुल अंतर, १९४३) रक्तमुख - जानकीवल्लभ शास्त्री कुपथ कुपथ रथ दौड़ाता जो पथ निर्देशक वह है, लाज लजाती जिसकी कृति से धृति उपदेश वह है
- मूर्त दंभ गढ़ने उठता है शील विनय परिभाषा , मृत्यू रक्तमुख से देता जन को जीवन की आशा जनता धरती पर बैठी है नभ में मंच खड़ा है, जो जितना है दूर मही से उतना वही बड़ा है - जानकीवल्लभ शास्त्री
- कुपथ कुपथ रथ दौड़ाता जो पथ निर्देशक वह है , लाज लजाती जिसकी कृति से धृति उपदेश वह है , मूर्त दंभ गढ़ने उठता है शील विनय परिभाषा , मृत्यू रक्तमुख से देता जन को जीवन की आशा , जनता धरती पर बैठी है नभ में मंच खड़ा है , जो जितना है दूर मही से उतना वही बड़ा है .